Monday, 13 September 2021

आरज़ू

 कागजों में गुम हुए 

जज़्बात ढूँढ़ते हैं

हम उनके साथ हों तन्हा

फिर से वो हालात  ढूँढ़ते हैं

बस वो हों, उनकी आरज़ू हो

और उन्हीं से  गुफ़्तगू

हम इस जमीं पर 

वो कायनात ढूँढ़ते हैं

कागजों में गुम हुए 

जज़्बात ढूँढ़ते हैं 

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